خصائص الياقوت
माणिक रत्न सूर्य राशि का रत्न है، इसे सूर्य मणि भी कहते हैं। जिस प्रकार से सूर्य सभी ग्रहों का प्रतिनिधिात्व करता हैं ، उसी प्रकार माणिक सभी नवरत्नों में सर्वश्रेष्ठ है। . मेष लग्न के लिये यह सुसंस्कारी संतान व ज्ञान में वृद्धि कारक है।
فوائد الياقوت
माणिक धारण करने वाले व्यक्ति पर सरकारी अधिाकारी प्रसन्न रहते है ، उनके कार्य-कौशल की प्रशंसा होती है ، राज-कार्यो में आने वाली बाधा का निवारण होता है। आत्मविश्वास، धौर्य में वृद्धि होती है। प्रतियोगिता परीक्षा में सफ़लता मिलने की प्रबल संभावना रहती है। स्मरण शक्ति، अध्ययन के प्रति रूचि व परीक्षा में श्रेष्ठ सफ़लता के योग बनते है। अधिाक रक्त चाप، अनियमित दिल की धड़कन، रक्तस्त्रव، हृदय सम्बन्धिात रोग भी शीघ्र ही ठीक हो जाता है। तनाव में राहत व मन प्रसन्न रहता है। मेष लग्न में सूर्य पंचम त्रिकोण का स्वामी है और लग्नेश मंगल का मित्र है। माणिक धारण करने पर सूर्य ग्रह से सम्बन्धिात सभी दोष समाप्त होते हैं। माणिक धारण करने से व्यक्ति तेजस्वी ، प्रतापी ، प्रभावशाली बनता है। सुख-सम्पति ، ऐश्वर्य सौभाग्य ، यश की वृद्धि होती है। यह वंश वृद्धि कारक रत्न है ، इसके धारण से भय ، व्याधिा ، दुखः ، क्लेश ، चिन्ता आदि समाप्त होते है। दैविक शक्ति प्राप्त होती है तथा नेत्र विकार समाप्त होते है। सूर्य की महादशा में इसको धारण करना अत्यधिाक लाभदायक होता है।
من يجب أن يرتدي الياقوت
सिंह राशि अथवा जिनके नाम का पहला अक्षर मा ، मी ، मू ، मे ، मो ، टा ، टी ، टू ، टे से प्रारम्भ होता है। उन्हें माणिक धारण करना ही चाहिये।
يجب أن يرتدي الشخص المولود في شهر يوليو المعيار.
أولئك الذين ولدوا يوم الأحد. سيكون من الأفضل لمن ولد بين 15 أغسطس و 14 سبتمبر أن يرتدي الياقوت.
मंत्रों द्वारा प्राण प्रतिष्ठित माणिक रत्न न्यौछावर राशि 5100 / -
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